केरल में निपाह वायरस के संक्रमण की खबरें पूरे देश को डराती रही हैं. इसमें करीब 70 प्रतिशत केस में जान नहीं बचती है
अब राहत की बात यह है कि इंसानों पर इसके पहले टीके का टेस्ट शुरू हुआ है
भारत सहित कई एशियाई देशों को प्रभावित करने वाले इस वायरस के खिलाफ जंग में अच्छी खबर मिली है
ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने इस वायरस से निपटने के लिए इंसानों पर पहले टीके का टेस्ट शुरू किया है.
‘सीएचएडीओएक्स1 निपाह बी’ टीके के परीक्षण में 18 से 55 साल की उम्र तक के 51 लोग शामिल होंगे, जिसका नेतृत्व ‘ऑक्सफोर्ड वैक्सीन ग्रुप’ करेगा
रिसर्चरों के अनुसार निपाह वायरस फल-चमगादड़ों से फैलता है और संक्रमित जानवरों (जैसे सूअर) के संपर्क में आने या एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के निकट संपर्क से भी यह फैल सकता है
WHO ने निपाह वायरस को प्राथमिकता वाली बीमारी के रूप में मान्यता दी है
अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि यह वायरस खसरे जैसे रोगजनकों की तरह ‘पैरामाइक्सोवायरस’ समूह से संबंधित है